
कोरबा:- समाज और राष्ट्र में व्याप्त विभिन्न सामाजिक कुरीतियां एवं कुप्रथाओं तथा अंधविश्वास को समाप्त करने के लिए वैज्ञानिक सोच का होना अति आवश्यक है – राकेश टंडन व्याख्याता

छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा के कोरबा इकाई के मार्गदर्शन में विज्ञान क्लब शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा द्वारा वैज्ञानिक सोच के प्रचार प्रसार के लिए नेशनल साइंटिफिक टेंपर डे पर 16 अगस्त 2022 को वैज्ञानिक सोच की जरूरत पर परिचर्चा तथा कोई महिला टोनही नहीं है विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता डॉ. प्यारेलाल आदिले प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष राजनीति विभाग जेबीडी कला एवं विज्ञान महाविद्यालय कटघोरा द्वारा बताया गया कि कोई भी महिला टोनही नहीं होती । हम अपनी असफलताओं और अपने साथ की अप्रिय घटनाओं को कुछ महिलाओं के साथ जोड़कर देखते हैं कि इन्हीं के कारण यह सब घटनाएं हुई हैं और उनको हम टोनही साबित करने की कोशिश करते हैं।

इस कार्य में पुरुष प्रधान समाज के बैगा लोगों की विशेष भूमिका होती है । यह सब हमारे अंदर व्याप्त अंधविश्वास के कारण होता है । इसे समाप्त करने के लिए हम सभी के अंदर वैज्ञानिक सोच का होना अत्यंत आवश्यक है तथा समाज में अंधविश्वास के विरूद्ध शिक्षा एवं जागरूकता लाने की आवश्यकता है। संस्था के व्याख्याता राकेश टंडन ने कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं कुप्रथाओं को समाप्त करने के लिए सभी विद्यार्थियों तथा समाज में वैज्ञानिक सोच को उत्पन्न कर अंधविश्वास को खत्म करने की आवश्यकता है। व्याख्याता राकेश टंडन ने भूत प्रेत, जादू टोना, आत्मा के अवधारणा का वैज्ञानिक विश्लेषण कर बताया कि किस तरह की भूतप्रेत अवधारणा से लोग प्रभावित होते हैं और बैगा लोग कैसे उन्हें समाप्त करते हैं इसका वैज्ञानिक विश्लेषण बताया। संस्था के प्राचार्य जी पी लहरे ने बताया कि कोई भी महिला टोनही नहीं होती हमारे अन्धविश्वास की सोच के कारण किसी महिला को हम टोनही साबित करने की कोशिश करते हैं। इस परिचर्चा में राष्ट्रीय सेवा योजना शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के 100 से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया तथा परिचर्चा में अपना के विषय पर अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के वरिष्ठ व्याख्याता पी पी अंचल द्वारा किया गया।

इंडिया टीवी न्यूज सच तक से कमलेश साहू की रिपोर्ट