
कोरबा:- कई मकान मालिक किराए पर अपनी मकान तो दे देते हैं मगर रहने वाले लोगों की पूरी जानकारी नहीं रखते। कई बार अपराध किस्म के लोग इसका फायदा उठाकर क्षेत्र में रहकर पूरी जानकारी जुटा लेने के बाद वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। इन तरीकों से होने वाले अपराधों को रोकने एसपी संतोष सिंह ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को जरूरी जानकारी लेकर किराएदारों का सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर पाली थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने पुलिस की अलग-अलग टीम बनाई है जो विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर किराए के मकान में रह रहे लोगों के घरों में पहुंचकर जानकारी जुटा रही है।

पाली पुलिस ने बताया कि इनसे पूरी डिटेल्स युक्त फार्म भरवाने के बाद इसे सत्यापन कर डाटा रखा जा रहा है। फार्म में किराए के मकान में रहने वाले लोगों के स्थायी पता, मकान मालिक का नाम, किराए में रहने की अवधि, पेशे से लेकर घर में रहने वाले सदस्यों की जानकारी देने का ब्यौरा है। बता दें कि खुद मकान मालिक के पास किराएदार की पूरी जानकारी नहीं होती है। सिर्फ उनका नाम और पता जानते हैं। इसी का फायदा अपराधी तत्व उठाते हैं। किसी वारदात को अंजाम देकर बाहर से आकर छुपकर रहते हैं या फिर अपराध करने की योजना से किराए पर मकान ले रखते हैं। सत्यापन में किरायेदार को अपने परिचित और गांव का मोबाइल नंबर देना है। रिश्तेदार का नंबर और नाम भी बताना होगा। साथ में रहने वाले सदस्यों का नाम, पते भी बताना होगा। किराए में रहने वाले घर के मुखिया व अन्य सदस्यों की फोटो फार्म में चस्पा कर रही है। पुलिस फोन कर दी गई जानकारी की जांच भी कर सकती है।
