छत्तीसगढ़बलरामपुर

ग्रामीण क्षेत्रों में महुआ चुनने पहुंच रहे गांव के लोग, रोजगार का बना जरिया

बलरामपुर:- ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों महुआ फूल टपकने की शुरुआत हो चुकी है. सुबह से ही गांव के लोग टोकरी लेकर जंगलों और खेतों की तरफ महुआ चुनने के निकल जाते हैं.

बलरामपुर जिले के रामानुजगंज विकासखण्ड के जंगली क्षेत्रों में महुआ फूल खुब टपक रहे हैं. महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग सभी महुआ पेंड़ के नीचे पहुंचकर महुआ चुनने में लगे हुए हैं. ग्रामीणों के लिए महुआ का सीजन

महुआ बेचकर चलाते हैं घर का खर्च

बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ‘पीला सोना, कहे जाने वाले महुआ का संग्रहण कर रहे हैं. जंगल के चारों ओर महुआ फूल की मादक खुशबू बिखर रही है महुआ समेटने के लिए ग्रामीण पूरे परिवार के साथ सुबह से ही जंगलों व खेतों की ओर चले जाते हैं। इस दौरान सुरक्षा के लिए हाथ में लाठी व महुआ फूल रखने के लिए टोकरी साथ लेकर जाते हैं। इस वर्ष महुआ पेड़ों पर जमकर फूल लदे हैं। जिसके लिए खेतों में से लेकर बियाबान जंगलों तक चहल-पहल बढ़ गई है.

वनांचल क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीण परिवार के लिए महुआ आज भी जीवन का आधार है. वे इसे सूखाकर घर में रख लेते हैं. इससे नकदी के रूप में भी प्रचलन करते हैं. बाजार में बढ़ती मांग के चलते महुआ आय का एक साधन भी बन गया है. हालांकि जंगल की अंधाधुंध कटाई व खेती की जमीनों का विस्तार करने से अब महुआ के पेड़ कम ही बचे हैं।