कोरबाछत्तीसगढ़

विद्यालय के छात्र छात्राएं व्याख्याता राकेश टंडन में अपने माता – पिता एवं भाई – बहन की छवि देखते हैं…

कोरबा/हरदी बाजार(इंडिया टीवी न्यूज़ सच तक ब्यूरो चीफ-लक्की जायसवाल)

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन के पहल से माहवारी के समय भी छात्राएं स्कूल में घर जैसे  सहज एवं सुविधाजनक महसूस कर रहे हैं।
विद्यालय के छात्र छात्राएं व्याख्याता राकेश टंडन में अपने माता – पिता एवं भाई – बहन की छवि देखते हैं।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता ने बताया कि जब उनकी पदस्थापना 2008 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा में हुई तो स्कूल की अपनी स्वयं की बिल्डिंग नहीं थी तथा अच्छे ढंग से शौचालय एवं अन्य व्यवस्थाएं नहीं थी।

अन्य एवं दुरस्त ग्रामों से आए कुछ छात्राएं अपनी परेशानी व्याख्याता राकेश टंडन को बताया। तब से व्याख्याता राकेश टंडन लगातार प्रयास करते रहे कि माहवारी के समय बालिकाओं के लिए इस समस्या के निराकरण के लिए स्थाई हल निकाला जाए। जब नई बिल्डिंग बनी तो कुछ आशाएं थी लेकिन पर भी से सफलता नहीं मिल पा रही थी । उन्होंने निश्चय कर लिया की इन बच्चियों की समस्या का निराकरण करना ही है और विद्यालय की एक – एक  एवं छोटे-छोटे जगह की सही उपयोगिता करते हुए बालिकाओं के लिए मिनीमाता सहेली कक्ष बनवाया तथा इसमें शासन तथा एनटीपीसी सीपत द्वारा प्राप्त सेनेटरी पैड मशीन को लगवा कर चालू करवाया ।  इस पीरियड में बच्चियों को परेशानी ना हो इसलिए इस कक्ष में एक बिस्तर, प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, इंडक्शन कुकर, चाय शक्कर ,चॉकलेट एवं बर्तन उपलब्ध कराया तथा

विद्यालय की महिला शिक्षिकाओं  एवं बाल कैबिनेट के बालिका सदस्यों के सहयोग से इस को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रेरित किया । जिसके फलस्वरूप विद्यालय में बच्चियों को  माहवारी के समय में होने वाली समस्या के निराकरण के लिए अलग से सम्पूर्ण सुविधायुक्त कक्ष मिल जाने पर वह विद्यालय में अपने आप को अधिक सुविधाजनक, सहज और सुरक्षित महसूस होने लगी है। इसका परिणाम यह हुआ कि विद्यालय में बालिकाओं की संख्या बालकों से भी बढ़कर हो गई है।  साथ ही साथ व्याख्याता  राकेश टंडन ने कुछ एनजीओ एवं सेनेटरी नैपकिन कंपनी वालों से संपर्क कर विद्यालय में बालिकाएं किस तरह से अपने हेल्थ हाइजीन एवं सैनिटेशन के प्रति सजग रहें के लिए वर्कशॉप कराया।  कुछ एनजीओ एवं प्राइवेट कंपनी विद्यालय  के बालिकाओं के लिए  निःशुल्क सेनेटरी पैड उपलब्ध कराएं साथ ही साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भी बालिकाओं को के लिए सेनेटरी पैड उपलब्ध कराई है। जिसे विद्यालय के महिला व्याख्यातागण एवं बाल कैबिनेट के माध्यम से विद्यालय के समस्त बालिकाओं को प्रत्येक माह निःशुल्क सेनेटरी पैड प्रदान किया जाता है । संस्था के प्राचार्य जी पी लहरे द्वारा बालिकाओं  के महावारी के समय होने वाली असुविधा एवं किस तरह से हम अपने आप को सुरक्षित रखें इसके लिए सभी बच्चों को मार्गदर्शन कर स्वच्छ रहने के लिए प्रेरित करते हैं।व्याख्याता राकेश टंडन ने प्रेम साहूजीके सलाह पर अपने विद्यालय में और भी अभिनव पहल करते हुए विद्यालय में साबुन बैंक की स्थापना की। जिन बच्चों का जन्मदिन रहता है तथा बाल कैबिनेट के सदस्यों  एवं शिक्षकों को प्रेरित किया कि इस साबुन बैंक में साबुन दान करें । जिसका उपयोग विद्यालय के छात्र-छात्राएं अपने हाथ धोने के लिए कर सके। व्याख्याता राकेश टंडन के इस नवाचार एवं अभिनव पहल को यूनिसेफ के टीम के द्वारा जब विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो  प्रशंसा की गई तथा यूनिसेफ के माध्यम से मिनीमाता सहेली कक्ष एवं साबुन बैंक बनाने की  इस विद्यालय की इस अभिनव पहल को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर   भेजा गया। व्याख्याता राकेश टंडन ने समाजसेवियों तथा विभिन्न एनजीओ से निवेदन किया है कि वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा एक बार अवश्य आए और हमारे विद्यालय के छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित करें एवं उनके कार्यों में सहयोग प्रदान करें।